ऐसे हुई ठगी
छात्रा को टेलीग्राम पर एक अनजान व्यक्ति ने क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्टमेंट कर दोगुना मुनाफा कमाने का झांसा दिया। विश्वास दिलाने के लिए उसे फर्जी मुनाफे के स्क्रीनशॉट भी भेजे गए। लालच में आकर छात्रा ने अलग-अलग किश्तों में 44.11 लाख रुपये उनके बताए गए बैंक अकाउंट्स में ट्रांसफर कर दिए।
कुछ दिनों बाद जब छात्रा ने मुनाफे की राशि निकालने की कोशिश की, तो उसे अकाउंट ब्लॉक होने की सूचना मिली। ठगों से संपर्क करने पर उन्होंने सभी नंबर बंद कर दिए। तब छात्रा को समझ में आया कि वह ठगी का शिकार हो चुकी है।
पुलिस में शिकायत दर्ज
ठगी का एहसास होते ही छात्रा ने अपने परिजनों को घटना की जानकारी दी। परिजनों के साथ वह मुरार थाने पहुंची और साइबर क्राइम के तहत शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस की अपील
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट के नाम पर आने वाले किसी भी अनजान संदेश पर भरोसा न करें। विशेष रूप से क्रिप्टो करेंसी में निवेश को लेकर सतर्क रहें, क्योंकि ठग इसी का फायदा उठाकर लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं।
साइबर एक्सपर्ट्स की सलाह
साइबर एक्सपर्ट्स का कहना है कि ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट से पहले संबंधित प्लेटफॉर्म की विश्वसनीयता की जांच करना जरूरी है। किसी भी प्रकार के अनजान लिंक पर क्लिक करने या व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से बचें।
ठगी के मामले में बढ़ोतरी
ग्वालियर में हाल के दिनों में ऑनलाइन ठगी के मामलों में तेजी से इजाफा हुआ है। पुलिस प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और किसी भी संदेहास्पद गतिविधि की तुरंत सूचना देने की सलाह दी है।