कैसे हुआ हमला?
मिली जानकारी के अनुसार, छह साल का मासूम अपने घर के बाहर खेल रहा था, तभी अचानक एक कुत्ता आकर उस पर झपट पड़ा। बच्चा संभल पाता इससे पहले ही कुत्ते ने उसके पेट, पीठ, पैर और हाथ पर गहरे दांत गड़ा दिए। कुत्ते के हमले से बच्चा बुरी तरह घायल हो गया और उसके रोने की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़े। लोगों ने बड़ी मुश्किल से कुत्ते को भगाया और तुरंत बच्चे को अस्पताल पहुंचाया।
इलाज और स्थिति
बच्चे को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसके जख्मों की गंभीरता को देखते हुए तत्काल उपचार शुरू किया। बच्चे को कुल 25 टांके लगाए गए हैं और एंटी-रेबीज इंजेक्शन भी दिया गया है। डॉक्टरों के अनुसार, बच्चे की हालत अब स्थिर है, लेकिन संक्रमण का खतरा बना हुआ है।
स्थानीय लोगों में रोष
घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या के कारण बच्चों और बुजुर्गों के लिए बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। इससे पहले भी गोविंदपुर में एक सात साल के बच्चे पर आधा दर्जन कुत्तों ने हमला किया था, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था।
नगर निगम से की गई कार्रवाई की मांग
इलाके के निवासियों ने नगर निगम से आवारा कुत्तों की समस्या को जल्द से जल्द हल करने की मांग की है। लोगों का कहना है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो ऐसी घटनाएं लगातार बढ़ती रहेंगी।
सुरक्षा के लिए जरूरी उपाय
इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए विशेषज्ञों ने कुछ जरूरी सुझाव दिए हैं:
- बच्चों को अकेले बाहर न खेलने दें – जब तक नगर निगम द्वारा उचित उपाय नहीं किए जाते, तब तक छोटे बच्चों को अकेले बाहर न भेजें।
- कुत्तों से दूरी बनाए रखें – अगर कोई आवारा कुत्ता आक्रामक लग रहा है, तो उसे छेड़ने या पास जाने से बचें।
- नगर निगम को सूचित करें – यदि किसी इलाके में कुत्तों की संख्या बढ़ रही है या वे आक्रामक हो रहे हैं, तो इसकी सूचना तुरंत नगर निगम को दें।
- सुरक्षा उपकरण रखें – घरों के बाहर स्टिक या अन्य बचाव के उपकरण रखें, ताकि किसी आपात स्थिति में बचाव किया जा सके।