बस के रंग में हुआ बदलाव, प्रत्यक्षदर्शी ने की पहचान
दुर्घटना के समय जिम्मेदार बालाजी सर्विस की बस की पहचान पर सवाल उठाए जा रहे थे, लेकिन कोर्ट के निर्देश पर वाहन को पेश करने के बाद एक प्रत्यक्षदर्शी ने इसकी पहचान की। उसने स्पष्ट रूप से कहा कि, "यह वही बस है, जिसका रंग घटना के बाद बदल दिया गया था।" इस बयान ने मामले में नई दिशा दे दी है।
दुर्घटना की पृष्ठभूमि
चार साल पहले हुए इस भीषण हादसे ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया था। ऑटो में सवार महिलाएं मजदूरी के लिए जा रही थीं, जब यह दर्दनाक हादसा हुआ। बस की तेज गति और लापरवाही को हादसे का मुख्य कारण बताया गया। पुलिस ने तत्काल बस को जब्त कर लिया था, लेकिन उसके बाद से मामले में जांच धीमी हो गई थी।
कोर्ट का ऐतिहासिक कदम
जिला न्यायालय ने न्यायिक प्रक्रिया को मजबूत करते हुए वाहन को तलब करने का आदेश दिया। यह कदम उस समय आया जब मामले में फोरेंसिक और प्रत्यक्षदर्शियों के साक्ष्य निर्णायक साबित हो रहे हैं। कोर्ट ने बस की वर्तमान स्थिति और मालिक की जिम्मेदारी को लेकर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
पीड़ित परिवारों की उम्मीदें बढ़ीं
इस घटना से जुड़े पीड़ित परिवार अभी भी न्याय की प्रतीक्षा में हैं। कोर्ट के इस कदम ने उनके दिलों में न्याय की उम्मीदें फिर से जगा दी हैं। एक पीड़ित के परिजन ने कहा, "चार साल हो गए, लेकिन हमें अभी भी न्याय का इंतजार है। कोर्ट द्वारा बस को तलब करना सही दिशा में बड़ा कदम है।"
सख्त कार्रवाई की मांग
यह मामला केवल एक सड़क हादसे का नहीं, बल्कि लापरवाह परिवहन व्यवस्था का भी प्रतीक है। शहर में इस घटना को लेकर एक बार फिर चर्चा तेज हो गई है। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि इस ऐतिहासिक कदम से दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी और ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए सख्त कानून लागू किए जाएंगे।
आगे की सुनवाई में इस मामले में न्याय की दिशा तय होगी। ग्वालियर की जनता कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रही है।