कोचिंग से चुने अभ्यर्थी, जमीन-ऑटो तक बेच दिए
सूत्रों के मुताबिक, दलालों ने कोचिंग संस्थानों से अभ्यर्थियों को चिन्हित कर उन्हें इस फर्जी भर्ती योजना में शामिल किया। बेरोजगार युवाओं ने अपनी जिंदगी भर की कमाई लगा दी, कुछ ने अपनी जमीन और ऑटो तक बेच दिए ताकि वे इस जालसाजी के शिकार बन सकें।
रायपुर से जारी हुए फर्जी जॉइनिंग लेटर
इस घोटाले का खुलासा तब हुआ जब कुछ अभ्यर्थी अपने जॉइनिंग लेटर लेकर BSF कैंप पहुंचे और वहां अधिकारियों ने उन्हें असली दस्तावेज न होने की जानकारी दी। जांच में सामने आया कि जॉइनिंग लेटर रायपुर से जारी किए गए थे, लेकिन वे पूरी तरह फर्जी थे।
टेकनपुर में हुआ खुलासा, जांच जारी
ग्वालियर के टेकनपुर BSF ट्रेनिंग सेंटर में जब अभ्यर्थियों ने अपने जॉइनिंग लेटर दिखाए, तो अधिकारियों को शक हुआ। दस्तावेजों की जांच करने पर यह सामने आया कि वे नकली थे। BSF ने तुरंत इस मामले की सूचना पुलिस को दी और जांच शुरू कर दी गई।
दलालों की तलाश में जुटी पुलिस
पुलिस ने इस घोटाले में शामिल दलालों की तलाश तेज कर दी है। संदेह है कि यह गिरोह कई राज्यों में इसी तरह फर्जी भर्ती का जाल फैला चुका है।
प्रभावित युवाओं से अपील
प्रशासन ने सभी अभ्यर्थियों से अपील की है कि वे बिना पुष्टि किए किसी भी एजेंट या दलाल को पैसे न दें और सरकारी भर्तियों की आधिकारिक प्रक्रियाओं का ही पालन करें।
इस घोटाले के चलते कई युवाओं के सपने चकनाचूर हो गए हैं, लेकिन पुलिस जल्द ही दोषियों को पकड़ने का दावा कर रही है।