कैसे पकड़ा गया फर्जी परीक्षार्थी?
बुधवार शाम परीक्षा केंद्र पर जब पर्यवेक्षकों ने कैंडिडेट की जांच की, तो उनकी फोटो और दस्तावेजों में अंतर पाया गया। जब संदेह बढ़ा, तो गहराई से जांच करने पर फर्जी परीक्षार्थी का भंडाफोड़ हो गया।
फर्जीवाड़े की बड़ी साजिश?
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी को परीक्षा पास कराने के लिए किसी गिरोह द्वारा 2.5 लाख रुपये की पेशकश की गई थी। पुलिस अब आरोपी से पूछताछ कर रही है कि इस रैकेट में और कौन-कौन शामिल है।
आगे की कार्रवाई
पकड़े गए परीक्षार्थी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और मामले की जांच जारी है। यदि किसी बड़े गिरोह के शामिल होने के प्रमाण मिलते हैं, तो अन्य आरोपियों की भी धरपकड़ की जाएगी।