क्या है मामला?
जनकगंज थाना क्षेत्र के संजय नगर निवासी दीपक जाटव पर कुछ दबंगों ने जानलेवा हमला किया। बताया जा रहा है कि 6-7 लोगों ने मिलकर दीपक को बुरी तरह पीटा, जिससे उसे गंभीर चोटें आईं। घटना से आहत होकर दीपक की मां शिकायत दर्ज कराने जनकगंज थाने पहुंचीं।
पुलिसकर्मी की बदसलूकी
थाने में शिकायत दर्ज कराने के दौरान दीपक की मां ने पुलिसकर्मी को अपनी आपबीती सुनाई। लेकिन आरोप है कि फरियाद सुनने की बजाय पुलिसकर्मी ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और असंवेदनशील टिप्पणियां कीं।
पीड़ित परिवार का बयान
दीपक की मां का कहना है कि उनके बेटे पर हुए हमले ने परिवार को गहरी चोट पहुंचाई है, लेकिन न्याय की उम्मीद में थाने पहुंचने पर उन्हें तिरस्कार झेलना पड़ा। उन्होंने पुलिसकर्मी की अभद्रता की निंदा करते हुए मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
थाने की कार्यशैली पर सवाल
जनकगंज थाने में पुलिसकर्मियों की इस तरह की कार्यशैली पहले भी सवालों के घेरे में रही है। ऐसे मामलों में पुलिस की संवेदनशीलता पर बार-बार सवाल उठते हैं, लेकिन सुधार के नाम पर अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना के बाद पुलिस प्रशासन से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, स्थानीय लोग और समाजसेवी संगठनों ने इस घटना की निंदा करते हुए दोषी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई की मांग की है।
न्याय की मांग
पीड़ित परिवार ने जिले के वरिष्ठ अधिकारियों से गुहार लगाई है कि उन्हें न्याय मिले और ऐसे पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हो जो फरियादियों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं।
यह घटना एक बार फिर ग्वालियर की पुलिस व्यवस्था और उनके व्यवहार पर सवालिया निशान खड़ा करती है। क्या फरियादियों को न्याय दिलाने की जिम्मेदारी निभाने वाली पुलिस इस तरह का रवैया अपनाती रहेगी? जवाबदेही और सुधार की आवश्यकता पर जोर देना अब वक्त की मांग है।