कैसे हुआ हादसा?
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ का कारण दो ट्रेनों के देरी से आने और प्लेटफार्म बदलने को बताया जा रहा है। कुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जमा हो गई थी, जो प्लेटफार्म परिवर्तन की सूचना मिलते ही फुट ओवरब्रिज पर उमड़ पड़ी। भीड़ का दबाव इतना बढ़ गया कि लोग धक्का-मुक्की करते हुए आगे बढ़ने लगे, जिससे हालात बेकाबू हो गए और भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई। इसी अफरा-तफरी में 18 लोगों की मौत हो गई और 46 लोग घायल हो गए।
बचाव और राहत कार्य जारी
घटना के बाद रेलवे और प्रशासनिक अधिकारियों ने तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में पहुंचाया गया, जहां कई की हालत गंभीर बनी हुई है। NDRF की टीमें भी मौके पर पहुंच गईं और स्थिति को नियंत्रित करने में जुटी हैं।
शोक में डूबे परिजन, मुआवजे की घोषणा
मृतकों के परिवारों में मातम पसर गया है। घटना पर शोक व्यक्त करते हुए रेल मंत्री ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं और मृतकों के परिजनों को मुआवजे की घोषणा की है। घायलों के इलाज का खर्च सरकार वहन करेगी।
प्रशासन पर उठे सवाल
इस घटना ने रेलवे प्रशासन की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। भीड़ प्रबंधन में लापरवाही और सुरक्षा व्यवस्था की कमी को लेकर यात्रियों में रोष व्याप्त है।
महाकुंभ यात्रा पर असर
इस हादसे के बाद महाकुंभ यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में भय का माहौल है। प्रशासन ने सुरक्षा के अतिरिक्त इंतजाम करने का आश्वासन दिया है।